तबा यीसु ना जवाब दियो, आपरो भरोसा को कमी कारन लक, काहेका, मी तुमला खरो-खरो सांगसू का यदि तुमी मा राई को बीज, को बराबर भरोसा से अना यो पहाड़ लक कव्हने “यहान लक हट अना उता जा!” तो उ सरक जाहेती। अना तुमरो, लाय काही भी कठिन नहात।
यीसु ना उन ला जवाब देके कहीस, मि तुमी लक खरो कव्हसु, “अदि तुमरो मा बिस्वास से, अना तुमरो मा संका नाहत तो तुम्ही येतरोच नही, जोन मी ना अंजीर को झाड़ लक करीसेऊ, बल्कि अदि तुम यो पहाड़ लक कव्हो, उचल अना सागर मा डूब जाय ता वसोच भयी जाहेत।
अदी मोरो जवर पेरीत जसो उपदेस देवन को वरदान सेत। मोला सबा परकार को गियान हो सका सेत, अना सबा राज की गोस्टी समजनो असान सेत। पहाड़ ला हटान को बिस्वास सेत। पर पिरेम नाहती तो काही नाहती।