यीसु ना वोको लक कहयो, “अदि तु सिध्ध होवनो चाव्हासे, ता जाय अना आपरो धन-सम्पति खोल के सब माल ला बीकदे, अना कँगालगिन ला देव, तब तोला सरग मा धन मिलहेत, अखीन मोरो मंघा आव।”
कोनी भी गुलाम मानूस दुई मालीक को सेवा नही कर सकासे। काहेका उ एक लक बइर अखीन दुसरो को संग माया राखेत। अना एक लक गाढोपन अना दुसरो ला नीच जानेत। तुमी परमेस्वर अना धन दुही की सेवा नही कर सकासो।
कौनी मानूस दुई मालीक को चाकरी नही कर सका; उ एक लक बैर धरे अखीन, दुजो लक माया धरे या एक ला, आदर देहेत अखीन दुजोलक अपमान करयेत, तुमी परमेस्वर अना धन दुई को सेवा एक संग नही कर सकसेव।