16 वोको मालीक खालमानी गीन ला, खावन काजी जो सेंगा देवत होतो वोच ला उ लहानो टूरा भी खावत होतो।
पवीतर चीज कुतरा गीन ला नोको देव, अना आपरो मोती खालमानी को पुढा नोको डाको, असो नोको होय की वय उन ला पाय खाल्या खुँदेत अना पलट के तुमला फाड़ डाकेत।
तबा उ देस मा एक मानूस को, कन उ गयो, अखीन वोला वोना खालमानी चरावन को, लाय नौकरी मा राख लियो।
जबा उ एक दिवस सोचन लग्यो, मोरो बाबूजी को घर मा कितरो बनिहार सेत, उनला भरपेट जेवन भेटासे अखिन मी भूखो मर रहीसेव।