12 उनमा लक लहान ना आपरो, बाबूजी लक कव्हसे, बाबूजी, धन मा लक जोन मोरो हिस्सा सेत, मोला देदे। वोना आपरो धन बाँट दियो।
काहे की सब ना आपरो धन को बढ़ती मा लक डाकिन, पर यो तो आपरो सप्पा कमाई को धन दान कर देइसेस जोन काही वोको जवर होतो। एने आपरो घटी मा लक जो काही ओको जवर होतो।”
मंग यीसु ना कव्हयो, कोनी मानूस को दोन टूरा होतीन।
लगत दिवस बीत गयो, लहान टूरा सब धन जमा करके, ना लगत दूर देस मा जिंदगी बितान चले गयो। अखीन वहान आपरो धन खरचा कर डाखीस, अखीन कंगाल भई गयो।
पर जब तोरो लहान पोरगा, आयो जो रन्डीबाजि सरो धन खरचा कर दियो से मंग तू बोकरा कटवायो से।