6 तबा यीसु ना उनला, एक उदाहरन सांग्यो, कोनी, मानूस को अंगूर को बारी मा, एक अँजीर को झाड़ होत्यो। उ वोमा फर खोजन आयो पर वोला, एक भी फर नही मिलयो।
असो नहात अदी तुमी पस्तावा कर, मन नही बदलने तो असोच नास भई जाने।
अबा झाड़ को जड़ मा, टँगिया से। जो झाड़ साजरा फर नही देवासे, वोला काटपीट के ना, स्तो मा पेटाय दियो जाहेत।
तुम लोकगीन ना मोला नही निवाड़ो सेव पर मिना तुमला निवाड़ी सेव अना तुमला ठहराई सेउ की तुमी जायके फर आनो अना तुमरो फर बनो रहे। की तुम्हि मोरो नाव लक जोन काही बाबूजी लक माँगो, उ तुमला देहे।
पर पवीतर आतमा को फर माया, उत्साह, सान्ती, धीरज, दयालुपन, भलाई अना भरोसा सेत।
यो गोस्टी नोहोय की मि धन चाव्हसेउ, पर असो फर चाव्हसेउ जोन तुमरो लाभ को लाई बड़तो जाये।