5 असो नहात अदी तुमी पस्तावा कर, मन नही बदलने तो असोच नास भई जाने।
असो गोस्टी नहात मी तुमी ला सागंसू, का तुमी पस्तावा कर मन नही बदलने, तो वसोच नास होय जाने।
अखीन तुमी काजक, सोचासो का सीलोह मा मीनार पड़न को कारन 18 लोकगीन मर गईन, उ येरुसलेम को सब रव्हन वारा लक जादा पापी होतिन।
तबा यीसु ना उनला, एक उदाहरन सांग्यो, कोनी, मानूस को अंगूर को बारी मा, एक अँजीर को झाड़ होत्यो। उ वोमा फर खोजन आयो पर वोला, एक भी फर नही मिलयो।