23 कोनी ना पुसयो ओ पिरभू! का जरा सो लोक गीन सूटकारा पाहेत? एको पर यीसु ना कव्हयो,
यो आयक के चेलाहुन लगत चकित भई गईन, “अना उनना पुसिन, मंग कोन को बचाव होय सकासे”
याच रिती लक जो मंघा सेत वय पुढा होहेत। अना जो पुढा सेत वय मंघा होहेत।
काहेकी हाकलो गयो लगत सेत पर निवड़ो हुयो जरासो सेत।
काहेका सकड़ो से उ बेसकुड़ अना कठिन से उ रास्ता जोन, जिंदगी कन पहुचासे। अना जरासा लोक सेत, जोन ओला भेटासेत।
यीसु गाँव-गाँव नगर-नगर सीकावत, येरुसलेम नगर को कन, जाय रहयो होतो।
सकड़ो किवाड़ लक, धसनो को पूरो-पूरो कोसीस करो, काहेकि मी तुमी ला कव्हसू, कोसीस करनो पर भी गजब लोकगीन धसन को लायक भी नही रहेत।