12 यीसु ना वोला चोवके, ना बुलायो अखीन वोला कहीस, हे बाई तु साजरी भई गइसेस।
यीसु सारो गलील मा हिंडत-हिंडत उनको पिराथना घर मा सिक्सा देवन लगयो होतो। अना राज को साजरो बारता को बारे मा सांगत होतो। अखीन लोक गीन की हर बीमारी, अना कमजोरी, ला साजरो करत होतो।
जबा झुलाखाली भई तबा ओको, जवर लगत सा लोकगीन ला आनीन। जिनमा भुत-पलित होतिन अना, बीमार ला ओना हुकूम देक साजरो करीस।
वहान एक बाई होती जोन ला 18 साल लक, एक कमजोर करन वालो, बुरो आतमा झोमो होत्यो वा वोवन केना, कुबड़ी भई गई होती। वा कसी, भी सीधी नही होय सकत होती।
अखीन वोना वोको, पर हात रख्यो, उ वोच बेरा साजरो भई गई अखीन, परमेस्वर ला धन्यवाद बड़ाई देवन लगी।
का साजरो नाहती, का यो बायका जोन अबराहम को टूरी सेत, जोनला सैतान ना अठरा साल लक बन्धो होतो, पवीतर दिवस यो बंधन लक सुटाई जाय?