उन दुख तकलीफ लक तू नोको डराय जोन तोला झेलनो सेत। आयको सैतान तुम लोक मा काही ला जेलमा डाखेत जोनलक तुमरो परिक्सा लेहेत। अना तुमला यो दुख दहा दिवस तकन भोगनो सेत। चाहे तोला मौत आ जाय, पर सच्चो बनेयो रव्जोस। अना मि तोला अमर जीवन को जीत को मुकुट देहिन।
काहेका तुम्ही ना धिरज लक सहन करता हुया मोरो हुकूम ला मानीसेव। बदल मी परिक्सा को बेरामा तुमारो रक्सा करीन। जोन यो दुनिया मा रव्हन वालों ला परखन लाय पुरो संसार मा बस आवन वालो सेत।