“अता जोनला बाबूजी ना चघावा ठयरायके जगत मा धाड़ीसेस, का तुमी एकोलाई ओला कव्हसो, तु परमेस्वर की निन्दा करासेस? एकोलाय मि ना कव्हयो, मि परमेस्वर को टूरा सेउ।
वोना जवाब देइस, “यीसु नाव को एक मानूस ना माटी गिली करीस, अना मोरो डोरा मा लगायके मोरो लक कहीस, जाय अना सीलोह मा जायके धोय ले! अना मि जायके धोयो बस एतरो पर मोला चोवन लगयो।”
उनको डोरा उघाड़न, उनला इंधारो लक उजाड़ कन आनन लाय, अना सैतान को अधिकार लक परमेस्वर को कन मुरकान लाय, तोला धाड़ासेऊ। उनलक तोला बचावत रहिन। एकोलक वय उनला पाप की छिमा भेटेत। अखीन उन लोखगिन को बीचमा जघा पाहेती। “जोन मोरो मा बिस्वास को कारन पवितर भयो सेत।”
यो काम ला कानून नहीं कर सकयो, तबा परमेस्वर ना आपरो स्वता को टूरा लक यो काम करायो। जसो कमजोर देह लक अमी पाप करा सेजन, वसोच देह मा परमेस्वर ना आपरो टूरा ला धाड़ीस। जोन लक पाप ला निरस्त कर देवे।