एतरो पर काही मोसे को नियम को गुरू कव्हन लगीन, यो मानूस परमेस्वर को कन लक नहात, काहेकि उ बिसराम दिवस को पालन नही करासे। ओतरो पर दुसरो ना कहीन, “कोनी पापी मानूस भला असो निसान कसो दिसाय सकासे?” असो परकार लक उनमा आपसी मा फूटफैर भय गई।
पर आज तकन मोला परमेस्वर को मदद भेटत रव्हयो, जोनलक मी आज तकन जित्तो रहयो। अना एकोलाइ मी नहान मोठो सबच को पुड़ा गवाही देवन लाई उभो सेऊ। मी बस एना गोस्टी ला छोड़के अखिन काही नहि कव्हसेऊ। जोन भविस्यवक्ता गीन अना मोसे को अनुसार पुरो होवन की होती।
यो वोच मोसे सेत, जोनला असो कहके नकारो गयो होतो तोला सासक अना अधिकारी कोन ना बनाइसेस? ये वोच से जोनला परमेस्वर न झाड़ी मा दरसन दियो होतो। वोचला परमेस्वर ना सासक अना मुक्ति देवन वालो को रुप मा धाडीस।