23 एकोलाई ओको माय-अजी ना कहीन, “उ मोठो भय गयो से, ओकोच लक पुस लेव।”
पर हमी अता नही जानसेजन की अबा कसो चोवासे? अना नही जानासेजन का येको डोरा कोन ना उघाडीसेस? एको लक पुस लेव अता उ अकलवर से, आपरो बारे मा उ खुदच साँग देहे।”
तबा उनना उ मानूस ला जोन अँधरा होतो दुसरो गन बुलाइन, अना कहिन, “खरो साँग, जोन तु साजरो भयो से, ओको कारन परमेस्वर को बड़ाई कर! हमिला मालुम से की उ मानूस पापी आय।”