23 ओना उन ला कहीस तुमी धरती का सेव, मि वरता लक आयी सेऊ। अना तुमी दुनियाँ का आव, मि दुनिया को नही आऊ।
अना सबद देह मा आयो अना दया अखीन खराई लक आमरो बीच मा रहयो अना आमी ना उ परमेस्वर को टूरा को महिमा आपरो डोरा लक चोवयो सेजन।
मिना तोरो गोस्टी उनला पहुचा देईसेऊ। अना जगत ना उनलक बइर करीस, काहे की जसो मि जगत को नही, वसोच वय भी जगत का नहाति।
जसो मि जगत को नही। वसोच वय भी जगत का नहात।
कोनी सरग मा नही चघयो से, पर उ चघयो से जोन सरग मा लक खाल्या उतरयो से। मजे “मानूस को टूरा” जोन सरग मा से।
जोन वरता लक आवासे, उ सब लक बेस से, जो धरती लक आवासे उ धरती को से, अना उ धरती को गोस्टी कव्होसे, जोन सरग लक आवासे वा सब लक वरता से।
अरे पापी छिनालापन करन वालो मी तुमला नही जानासेउ का संसार लक मिताई जोड़न वारा परमेस्वर को सतरु बननोसे? अना जोन कोनी संसार को संगी होवनो चाव्हसे उ अपरो आप ला परमेस्वर को बैरी बनावासे।