मी तुमी लक सांगसू, असोच एक पाप लक मन ला हटाव अना पस्तावा करन वालो, पापी को बारे मा सरग मा इतरोच खुसी होवासे, जितरो की 99 असो न्यायी को बारे मा नही होवासे। जोन ला मन बदलन को जरूरत नही सेती।
यीसु ना जवाब देइस, मोरो राजपाठ यो जगत को नही से। अदी मोरो राजपाठ यो जगत को होतो, तो मोरो सिपाही इनलक लड़तीन अना मि यहूदिगीन को हात मा नही सौपयो जातो। पर मोरो राज इता को नहाती।
येने गोस्टी को मंघा, रोगी यीसु ला मंदिर मा भेटयो। यीसु ना वोला कहीस, चोव! तु साजरो भय गईसेस, मंग पाप नोको करबिन, नही ता अखिन कोनी मोठी आफद तोरो पर आन पड़ेहत।
यदी आमरो पिरभू आपरो धीरज धरके उसीर करासेत तर यो गोस्टी ला सूटकारा करन लाय मदत समजो, कारन आपरो चहेतो भाऊ पौलुस ना आपरो दियो गयो गियान को लक तुमीला लिख्यो सेत।