ओना कहीस नगर मा फलानो मानूस को, कठा जायके ओको लक साँगजोस, गुरुजी कव्हसे मोरो जावन को बेरा, जवर आय गई से। मि आपरो चेला गीन को सँग, मा तोरो घर मा बलिदान को तिहार मनाहुँ।
फसह को तिहार को पुढा जबा यीसु ना जान लियो का मोरी बेरा आय गयो से, का मी जगत ला सोड़के बाबूजी को जवर जावनो से, ता आपरो लोकगीन लक जोन जगत मा होतीन, उनलक जसो माया उ राखत होतो, आखरी बेरा भी वसोच माया राखिस।