फसह को तिहार को पुढा जबा यीसु ना जान लियो का मोरी बेरा आय गयो से, का मी जगत ला सोड़के बाबूजी को जवर जावनो से, ता आपरो लोकगीन लक जोन जगत मा होतीन, उनलक जसो माया उ राखत होतो, आखरी बेरा भी वसोच माया राखिस।
मि ना सुरु मा तुम्हि लक यो गोस्टी एकोलाय नही सांगयो, काहे की मि तुम्हारो सँग होतो, पर अबा मि आपरो धाड़नवालो को जवर जावासू अना तुम्हि मा लक कोनी मोरो लक नही पुसेत, तु कहाँन जासेस?
मि दुनिया मा नही रहुँ, पर यो लोकगीन दुनिया मा रहेत, अना मि तोरी जवर आवासेऊ, हे पवीतर बाबूजी, आपरो उ नाव लक जोन तुना मोला देईसेस, उनकी रक्सा कर, वय आमरो जसो एक रहेत।