जबा उ असो कव्हच रहयो होतो, तबा एक पाँढरो, बादर न उनला ढाक लियो, अना उ बादल लक एक आवाज आयी यो मोरो एकच चहेतो, टूरा से, जेनको लक मी गजब खुसी सेव “एकी आयको!”
यीसु ना ओला कहीस, हे फिलिप्पुस, मि एतरो दिवस तकन तुमरो जवर रहयो, अना का तु मोला नही जानासे? एको लाई जोन ना मोला चोय लियो ओना बाबूजी ला चोय लेइसेस। तु कायलाय कव्हसेत की बाबूजी ला हमला चोवाय?
नास होवन वालो जेवन लाई मेहनत कायलाई करोसो? पर उ जेवन लाई मेहनत करो, जोन अमर जीवन लाई से। काहेकि उ जेवन मानूस को टूरा देहे, काहेका परमेस्वर दाअजी ना यो देन को हक वोला देईसेस। मजे परमेस्वर ना छाप लगाइसे।