3 वोमा लगत सा बीमार अँधरा, लँगडा, अना लकवा वालो पड़या रहोत होतिन। वय पानी ला हिलन की रास्ता चोवत होतीन।
तबा भीड़ पर भीड़ ओको कठा आई। वय आपरो सँगा लँगडा गुँगा हात-पाय लुला, अना लगत लोकगीन ला ओको कठा आनीन, अना ओना उनला साजरो करीस।
अना वोको नाव सफा सीरिया देस मा, फैल गयो। अखीन लोकगीन सप्पा बीमार ला, अना दुखी मानूस गीन ला अना जिनमा भुत-पलित झोमयो होतिन, मिरगी वारा, लकवा वारा ला ओको जवर आनीन। अना उ उनला साजरो करत होतो।
वोना उनलक कहीस, जोन काही तुम्ही ना चोवीसेव, अखीन आइकू सेव, जायके योहन लक साँगने का, अँधरा चोवा से, लंगडा हिडंसे, कोढी साजरो होवासे, बहेरा आयकासेत, मरयो हुयो जित्तो होवासे, अखीन गरिब गोर गीनला, परमेस्वर को साजरो बारता सांगासेत।
यरुसलेम मा भेड़ बेसकुड़ को जवर एक कुन्ड से, इब्रानी भासा मा येला बेतहसेदा कहयो जासे। एको जवर पाँच छप्पर बनयो सेत।
काहे का पिरभू को सरग दुत बेरा-बेरा मा कुन्ड मा उतरके पानी ला हिलावत होतीन। पानी हिलन को बेरा जोन मानूस पहेले कुन्ड मा उतरत होतो, चाहे उ कोनी भी रोग लक होयहेत, उ साजरो भय जात होतो।
परअ अबा आमरो आस कियो गयो चीज अमीला नही चोवा सेत। मजे अबा धिरज को संग रस्ता चोवनो बाकी सेत।
एकोलाय अरे भाऊ गीन पिरभू को आवनो तकन धीरो-धरो। देखो किसान जमीन की बेस किमती फसल की आसा राखतो हुयो पहेल अना आखीर बरस होवनो तकन धीरज धरो।