उनको रुकन को लाय सराय मा, जघा नही होतो। यो काजी वय गाई-बईल को कोठा मा रुकिन। अखीन वोको पयलो टूरा वहांच भयो, अखीन वोला कपरा मा लपेट केना, गव्हान मा राखीस।
यो कारन खुद सप्पा गोस्टी को बिच मा उ उनको भाऊ सरिसो होवनो पाहिजे। एको लाय का लोकगिन को पाप को लाय को बदला मा बली देवन साठी परमेस्वर को संबंधित असो गोस्टी तो दयालू अना बिस्वासी असो परमुख याजक सेत।
काहेका आमरो मुखिया याजक असो नाहती का आमरो कमजोरी मा अमी लक दुहुर भयी जाय। काहे का पाप ला सोड़ के सब गोस्टी मा आमरो जसो परखो गयो सेत। पर उ बेकसूर हिटयो।