यीसु ना उन लक कहीस की जबा तकन बराती नवरदेव को संग मा रव्हासे , सोक कर सकासेत? पर वय दिवस आहेति जबा नवरदेव उनको लक अलग कियो जाहे। ओनो बेरा मा उपास करयेत।
काहेकी मी तुमरो बिसय मा परमेस्वर की खूब धुन मा लगयो रव्हा सेऊ एकोलाय का मीना एकच मानूस लक तुमरी पक्की करी सेउ, का तुमीला पवीतर कुवारी को जसो मसीह ला सोप देहू।
मोला लगत सा गोस्टी तुमला लिखनी से, पर कागद अना स्याही लक लिखना नही चाव्सेजन; पर मोला आस से की मि तुमरो कठा आयके आमना-सामना गोस्टी करुहू, जेकोलक की तुमरो खुसी पूरी होय जाय।
तबा जिन सात सरगदूत गीन को कठा सात आखरी मुसीबत लक भरयो सात बटका होतीन। उनमा लक एक ना मोरो कठा आयके मोला सांगीस, “आव, मि तुमला नौरी मेढ़ा को नौरी दिसाऊ।”