जबा उ जैतून को पहाड़ मा बसो होतो, तबा चेला हुन ना वोला नीजी तौर मा कहीन, सांगो यो गोस्टी कबा होयेत? मनजे अखीन संसार को अखट्ट को काजक हिदान होयेत? तोरो आवन को अना दुनियाँ को आखीर को काजक हिदान होहेत?
एकोलाय तुम्हिला सही बेरा आवन को पयले कोनी को फैसला नही करनो पाहिजे। आखीर फैसला परमेस्वर को आवन को रस्ता चोवनो पाहिजे। उ जोन राज इन्धार मा लुकयो सेत, उनला उजाड़ मा आनेत। अना लोक गिनको डिमाक मा लुकयो उद्देस्य ला उजागर करहेत। तबा सबला परमेस्वर को कन लक बड़ाई भेटेत जोनको वय हकदार सेत।
चोवो, बदली को संग मसीह आवा से। हरेक डोरा वोला चोवयेत। उनमा वय भी सेत जोनना वोला छेदयो होतिन। दुनिया मा सबा लोकहुन वोको कारन रड़ेत। असोच होवनो पाहिजे। आमीन!