कहि असो न होहे का चेला उचलके, ले जाये अना जनता लक सांगन लगेत, का यीसु जित्तो भई गईसे, यो मंघा को धोका लक जादा खोटो होहेत, यो काजी तीन दिवस लक कबर को, सुरक्सा को इन्तेजाम कियो जाय।
तबा ओना मलमल को एक कपरा खरिद लेइस, अना लास ला उतारके ओला चादर मा लपटिस, अना एक मरघटी मा जो चट्टान मा खोदी गई होती राखिस। अना मरघट्टी मा धसन को जघा पर एक गोटा अड़ा देइस।
आठ दिवस को मंघा ओको चेलागिन मंग घर को भीतर आइन, अना थोमा उनको सँग होतो। अना किवाड़ बँद होतीन। तबा यीसु आयो अना उनको बीच मा उभो होयके कहीस, तुमला सान्ती मिलहे।
सनीवार को राती हफ्ता जबा हमी भाकर टोड़न को लाई इक्कठा भयो। त पौलुस गोस्टी करन लगयो। उ दुसरो दिवस जावन वारा होत्यो। एकोलाय अरधी रात तकन सिक्सा देवतो रहयो।