1 मंग परो को दिवस गलील छेतर को काना नगर मा कोनी को बिहाव होतो, अना यीसु की माय भी उता होती।
यीसु अबा भीड़ लक गोस्टी सांगत होतो तबा ओकी माय अना भाऊ, बाहेर उभया होतीन, अना ओको लक गोस्टी करन लाय बाट चोवत होतिन।
दुसरो दिवस मा योहन बप्तिस्मा देवनवारा ना यीसु ला आपरो कन आवता चोइस अना कहीस, चोवो यो परमेस्वर को पाठी से, जो दुनिया को पाप ला उचल ले जावसे।
दुसरो दिवस योहन ओको दुई चेला को संगा उभो होतिन।
दुसरो दिवस यीसु ना गलील जानो को निरनय लेवो,। उ फिलिप्पुस लक भेटयो अना ओको लक कव्हयो “मोरो मंघ होय लेव।”
यीसु ना गलील को काना नगर मा आपरो यो पयलो निसान दिसाय के आपरी महिमा ला दिसाइस। अना ओको चेला ना वोको पर भरोसा ठेइन।
समौन पतरस अना थोमा जोनला दिदमुस भी कहव्सेत। अना गलील को काना नगर को नतनएल अना जबदी को टूरा अना ओको चेला मा दोन दिगर जन इकठ्ठा भईन।
यीसु मंग गलील छेतर को काना नगर मा आयो, जिता वोने पानी ला अंगूर को रस बनायी होतीस। उता एक करमचारी होतो, जोन कफरनहुम नगर को रव्होन वालो होतो, वोको टूरा बीमार होतो।
लग्न को सबला आदर करनो पाहिजे लग्न को सेज ला पवितर राखो। काहेका परमेस्वर छिनाला करनवारा, गाली बकन वालो ला सजा देहेत।