जबा राजपाल पिलातूस न्याय आसन मा बसो होतो। ता वोकी बायको ना वोको जवर खबर धाड़ी होती, “वोना सीधो-नेक मानूस को संग काही नोको करजोस, मी ना वोको बारेमा एक सपना चोवीसेऊ जोनलक अज मी दिवस भर बेचैन होती।”
जब पिलातुस ना चोवयो, का यीसु ला बचावन को लाय कोनी, चांस नाहती। तबा उ उदास भई गयो, अना वोना पानी बुलवायके, ना हात धोवके सांगीस, “मी यो मानूस को खून को, दोसी नही सेव, तुमच जानो।”
तबा मुखिया याजक अना सिपाही ना ओला चोवीन। तो चिल्लाके कहिन, का ओला कूरूस मा चघाव! पीलातुस ना ओला कहीस, तुम्हिच ओला आन के कूरूस पर चघाओ! काहेकि ओमा काही दोस नही पायो सेऊ।
एकोलाय मसीह ना भी जोन एक नेक मानूस होतो। एक च बेरात, पाप साठी दुख भोगयो। यासाठी क परमेस्वर कना अमी ला लेजाय। उ देह मा तो मारयो गयो, पर आत्मा मा, जित्तो भयो।