मुरती को पूजा करनवारा को जित्तो परमेस्वर को मंदिर लक काजक लेवनो-देवनो सेत। “काहेका आमी जित्तो परमेस्वर को मंदिर सेजन। जसो परमेस्वर ना खुदच मी आपरो लोकगीन को संग आपरो घर बनाहिन अना उनको बीच मा रव्हिन। अना मी उनको परमेस्वर रव्हिन अना वय मोरो लोक कहलायेत।”
जोन काही तुमी ना सुरू लक आयकिया सेव, वाच तुम मा बनयो रव्हे; जोन तुमी ना सुरू लक आयकियो सेव; अदि उ तुमी मा बनयो रव्हे ता तुमी टूरा मा अना बाबूजी मा बनया रव्हो।
पर अदि कोनी परमेस्वर को बचन को पालन करासे ता ओमा परमेस्वर को माया सिध्द भयी से। योच उ रास्ता से जकोलक आमला पिक्को होवासे का आमी परमेस्वर मा पिक्को सेजन।
तबा मिना सिघासन लक एक उचो सबद मा यो कव्हतो आयकियो, “चोवो! मानूसगिन को बीच मा परमेस्वर को रव्हनो!” अब परमेस्वर उनको बीच रव्हे। वय उनको जनता होहेत अना खुदच परमेस्वर उनको बीच अमर निवास करहेत।