अगो भाऊगीन, तुमरो बारे मा आमला सबच बेरा परमेस्वर को धनवाद करनो चाव्हसे, यो जरुरी से, एको साठी की तुमरो भरोसा लगत बढ़ जावसे, अना तुमी सबच को माया आपसी मा लगत बढ़ जावसे।
तबा भी अदी तुमी पवितर गिरंथ को मोसे को नियम को पालन करासेव, जसो का तु अपरो सैजार लक अपरो जसो माया राखबिन तुमी सही मा वोनो करार ला पूरी करासेव त साजरो करासेव।
अबा चोवो जबा तुमी ना सच्चाई ला मानत-मानत, सच्चौ भाऊचारा लक निस्कपट माया ला चोवान काजी आपरो आतमा ला पवितर कर लियो सेत। ता पवितर मन लक तेजी लक एक दुजो लक माया करन को आपरो निसान बनालेव।