18 एको लाई लगत लोक गीन यीसु को आवभगत करन लाई हिटीन। ओन्हीसीन आयकीन का यीसु ना यो निसान चोवाइसेस।
जबा वय जैतून पहाड़ को, उतार मा पहुचियो तबा सब चेला गीन, खुसी होयके ना जोन काम उनना चोयो होतो, उ सबा अचंभा होवन वालो काम को, हेत कर केना सबा लक, उच्चो आवाज मा परमेस्वर को, स्तुती करन लगीन
काहेकि ओको काजी लगत सा यहूदी ओको पक्स मा भय गई होतीन, अना ओको पर भरोसा कर रही होतिन।
दुसरो दिवस लगत सा लोकगीन ना जोन तिहार मा आई होतीन उनना आयक के की यीसु यरुसलेम मा आय रहयो से।
यो सब चोय के मोसे को नियम को गुरू ना एकमेक लक कहिन, “चोव रहिसेव ना, तुमी लक काही नही होय सका। चोवो सप्पा संसार ओको मंघा चल रही से।”
यीसु ना गलील को काना नगर मा आपरो यो पयलो निसान दिसाय के आपरी महिमा ला दिसाइस। अना ओको चेला ना वोको पर भरोसा ठेइन।
अना ओको मंघा एक मोठी भीड़ वोको मंघा भय गई, काहे का उनना रोगीहुन ला साजरो करन लाय अदभुत हिदान चोवायो होता।