यीसु ना फरिसी को कड़ो मन ला चोयके उदास भय गयो, अना हिजड़ के चारो कन चोयीस अखीन ओनो मानूस ला कहीस “आपरो हात बढाव।” ओना बढाईस, अखीन ओको हात साजरो भई गयो।
तबा जोन यहूदी ओको सँग घर मा होतीन अना ओला सान्ती देय रही होतीन, यो चोयके मरियम एकदम उठके बाहेर गई, ता वय यो समझीन की उ मरघट्टी पर रोवन ला जावासे ता ओको मंघा भय गईन।
काहेका आमरो मुखिया याजक असो नाहती का आमरो कमजोरी मा अमी लक दुहुर भयी जाय। काहे का पाप ला सोड़ के सब गोस्टी मा आमरो जसो परखो गयो सेत। पर उ बेकसूर हिटयो।