काहेका परमेस्वर ना संसार लक एतरो माया राखियो, का वोना आपरो चहतो एकच टूरा ला दे देईस। एकोलाय जोन कोनी वोको पर भरोसा राखेत, उ नास नही होहेत पर अमर जीवन पाहेत।
जसो का गीरंथ कव्हासेत, “मीना तोला लगत देस को दआजी बनायो सेत। वोना परमेस्वर को नजरमा अबराहम आमरो दआजी से।” जोनको असो बिस्वास होतो का, परमेस्वर मरयो हुया ला जिंदगी देवा सेत। अना जोन नाहती वा भी बन जावा सेत।
परमेस्वर उनको डोरा लक हरेक आँसू पोछ देहे। अता लक मिरतू पायो न जाहे। अता ना कलपनो, ना रोवनो अना नाच कोनी दरद रहेत। काहेकि जो पहली गोस्टी होतीन, अता वय नही रहीन।
ऐको मंघा ओना सरगदुत ना मोला जिंदगी को पानी को नदी दीसायो, जोन स्फिटक को जसो निरमल, अना वोमा आरपार दिसत होतो, जोन परमेस्वर अना मेढ़ा को सिघासन लक हिटके,