24 मारथा ना ओला कहीस, मि जानासेऊ की आखीर दिवस मा सबको जित्तो होवनो को बेरा उ जी उठेत।
तबा उ तुमी धन्य भई जाने, काहेका, उनको कठा बदला देन काजी काही नहात, अखीन तुमला परमेस्वर को अदालत मा, नेक गिनको जित्तो होवन को मघा फर भेटेत।
यीसु ना ओको लक कहीस, तोरो भाऊ जिँदो भई जाहे।
परमेस्वर की मरजी यो से की जिनला ओना मोला देईसेस उनमा लक मि कोनी ला नही खोउँ, पर आखीर मा ओला जित्तो कर देहुँ।
काहेकी परमेस्वर की मरजी यो से की जोन कोनी मोला चोहे, अना मोरो पर भरोसा ठेये उ अमर जिंदगी पाहेत।
अना मि परमेस्वर मा वसोच भरोसा राखासु, जसो खुदच यो लोक राखसेत। का साजरा अना बुरो दुई कोच मर जानो को बाद जित्तो होवनो होहेत।
आई-माई गिनना दुबारा जित्तो होवन को कारन लक, आपरो मरोयो हुया ला दुबारा पाइन। काही लोकगीन ला मोठयो दुख दियो गयो पर उनना सूटकारा नही चाहयो, जेनको लक की वय एक साजरा मग जित्तो होवनो ला पाय सकेत।