मोरो परमेस्वर बाबूजी मोला, सब काही भेटयो से, अना टूरा ला कोनी नही जानासे, बस परमेस्वर बाबूजी, अना परमेस्वर ला कोनी नही जानासे, बस टूरा! अना टूरा जोन पर परगट करवानो, चाव्हासे वा परमेस्वर लक भेट कर सकासे।
वोच बेरा उ पवीतर आतमा लक खुसी मा भर गयो अना कव्हसेत, “हे बाबूजी, सरग अना धरती को मालीक, मि तोरो धनवाद करासू, का तूना यो गोस्टी ला, मोसे को नियम को गुरू अखीन समजदार लक लुकाके राखिसेस। अखीन नहानो लेकरा गीन पर, उजागर करीसेस। हाँ हे बाबूजी तोला, असोच साजरो लगिसेस।”
मसीह ना हमला आन के मोसे को नियम को काम को सिराप लक छुड़ायीस अना खुदच आमरो साठी सिरापित बन गयो, काहेकि लिखीसे, “जोन कोनी लकड़ी को कूरूस मा लटकायो जावसे उ सिरापित से।”
जेने आपरो आप ला आमरो साठी दे देईसेस, की आमी ला हरेक परकार लक दुस्टपन लक छुड़ाय लेहे। अना आपरो बेचयोगयो लोकहुन को रुप मा आमीला पवितर करलेव, जोन लक नेक काम करन लाई आमी हरमेसा तैय्यार रव्हे।
मसिहा खुदच अपरी देह मा हामरो पाप बुराई आन के कूरूस मा चघ गयो। जेनको लक हमी पाप बुराई को लाय मर गयो अना धरमिपन अना नेकी को लाय जित्तो भयि गयो काहेकी वोको घाव लगनो लक तुमी साजरा भईसेव।
एकोलाय मसीह ना भी जोन एक नेक मानूस होतो। एक च बेरात, पाप साठी दुख भोगयो। यासाठी क परमेस्वर कना अमी ला लेजाय। उ देह मा तो मारयो गयो, पर आत्मा मा, जित्तो भयो।