पर एकोलाय तुमी जान लेव, का “मानूस को टूरा” ला धरती पर पाप छिमा करन को, अधिकार से, तबा ओना लकवा को रोगी ला कहीस, उभो होय! अना आपरी खाट ला उठाव, आपरो घर जाय।
यीसु ना उनला जवाब दियो, “मीना जो तोरो लक कव्हयो का मिना तोला अँजीर को झाड़ को खाल्या चोवयो सेव का तू एकोलाय भरोसा राखासे? तू एको लक मोठो-मोठो काम चोवजोस।”
मि तोरो लक खरो मा कव्हुसु की जबा तु जवान होतोस तो आपरो कमर बाँधके जिता चाहत होतो जात होतोस, पर जब तु सयानो होजोस तो आपरो हात पसार जोस, अना दुसरो तोरी कमर बाँधके जिता तु नही चाहवजोस उता तोला ले जाहेत।
ऐना रिती यीसु ना उन लक साँगीस, मि तुमी लक खरो कव्हासेऊ, “टूरा खुदच काही नही कर सका, केवल परमेस्वर दाअजी जोन वोला करन ला कव्हासे, काहे का जोन काम ला दाअजी करासे, वसोच टूरा भी वोच रिती लक करासे।”
एको मा सक नहाय का भक्ति को भेद गम्भीर से अना उ जोन हिरदय मा परगट भईसे, आतमा ना सच्चो अना धरमी ठहरायो, सरगदूत गीन ला चोवाईस गैरयहुदी लोक गीन मा, वोको परचार भयो संसार मा, वोको बिस्वास करयो गयो अना, महिमा मा वोरता उठायो गयो।
मंग मिना सरग ला उघड़तो चोवयो, अना उतनी मोरो समोर एक पान्ढ़रो घोड़ा होतो। वा घोड़ा को सवार सच्चो होतो, अना बिस्वास काबील कहलात होतो। काहेका उ न्याय को संग फैसला करत होतो, अना लड़ाई करत होतो।