तबा उभो भयो अखीन आपरो, बाबूजी को कठा जावन लग्यो। वा अबा दूहूरच होत्यो, का वोको बाबूजी ना वोला चोवके उ तरस लक, भर गयो। अखीन परायके ना गरो लगाय लियो अना चुमन लग्यो।
अना पीरभू ना लवट के पतरस कना चोवयो, तबा पतरस ला हेत आयो का पिरभू ना वोला, काय कव्हयो होतो? का अज कुकड़ा को चिल्लान को पूढा तो मोरो, तीन बेरा मुकर करजोस।
वोना रात मा यीसु को जवर आयके वोको लक कहीस, “हे पिरभू तू परमेस्वर कन लक गुरू होयके आईसेस, काहे की जो निसान तु दिसावासेस, अदी परमेस्वर वोको संग नही सेत तो उ नही दिसा सकासे।”