काहेका परमेस्वर ना संसार लक एतरो माया राखियो, का वोना आपरो चहतो एकच टूरा ला दे देईस। एकोलाय जोन कोनी वोको पर भरोसा राखेत, उ नास नही होहेत पर अमर जीवन पाहेत।
अना सामरीगिन वा बाई ला बोलिन का, अता त आमी तोरो कव्हन लक भरोसा नही करबिन। आमी खुदच वोला आयक लेई सेजन। अना आमी जान सेजन, का उ खरो-खर मा संसार को बचावनवारो से।
गिरंथ की जोन हिस्सा ला वा बाच रव्हो होतो उ यो होतो। वोला बली होवन वालो मेंढा को जसो लीजाय रहयो होतिन। वा तो वोना पाठी को जसो उगो-मुगो होतो, जोन आपरो ऊन कापन वालो को पुड़ा रव्हसे। ठीक वसोच ही वोना अपरो टोन्ड नही खोलीस।
मसीह ना हमला आन के मोसे को नियम को काम को सिराप लक छुड़ायीस अना खुदच आमरो साठी सिरापित बन गयो, काहेकि लिखीसे, “जोन कोनी लकड़ी को कूरूस मा लटकायो जावसे उ सिरापित से।”
जेने आपरो आप ला आमरो साठी दे देईसेस, की आमी ला हरेक परकार लक दुस्टपन लक छुड़ाय लेहे। अना आपरो बेचयोगयो लोकहुन को रुप मा आमीला पवितर करलेव, जोन लक नेक काम करन लाई आमी हरमेसा तैय्यार रव्हे।
उ ता टूरा परमेस्वर को गौरव को उजाड़ सेत। अना उ जनमन परमेस्वर जसोच सेत। अना सप्पा काही वोकोच सामरथ लक संभालासे। सर्वांना पाप पासुन मुक्त करायो अना असो करन को मंघा उ सरग मा महान गौरव लक परमेस्वर को उजो हातमा बस्यो।
यो कारन खुद सप्पा गोस्टी को बिच मा उ उनको भाऊ सरिसो होवनो पाहिजे। एको लाय का लोकगिन को पाप को लाय को बदला मा बली देवन साठी परमेस्वर को संबंधित असो गोस्टी तो दयालू अना बिस्वासी असो परमुख याजक सेत।
वसोच मसीह, लगत लोकगीन को पाप लक मुकती काजी, एकच बार आपरो आप ला चघा दियो। मसीह अबा दूसरो बार परगट होयेत। पाप को कारन नही, पर जोन लोक वोको रस्ता चोवासेत। उनला मुक्ती दिलावन आहेत।
मसिहा खुदच अपरी देह मा हामरो पाप बुराई आन के कूरूस मा चघ गयो। जेनको लक हमी पाप बुराई को लाय मर गयो अना धरमिपन अना नेकी को लाय जित्तो भयि गयो काहेकी वोको घाव लगनो लक तुमी साजरा भईसेव।
एकोलाय मसीह ना भी जोन एक नेक मानूस होतो। एक च बेरात, पाप साठी दुख भोगयो। यासाठी क परमेस्वर कना अमी ला लेजाय। उ देह मा तो मारयो गयो, पर आत्मा मा, जित्तो भयो।
मंग मीना चोवयो, मोरो समोर मा सिय्योन परवत मा पाठी उभो सेत। वोको संग च एक लाख चवालीस हज़ार, वय लोक भी उभो होतिन। जोनको कपार मा वोको, अना वोको परमेस्वर दआजी को नाव लिखयो होतो।
वय असो मानूस होतिन। जोनना कोनी बायको को संग सोय के अपवितर नही भयो होतिन। काहेका वय कुंवारो होतिन। यो वय होतिन जोन पाठी को मघा-मघा जावत होतिन। यो लोकगिन सारी मानूस जाति लक उनला दाम देयकर बन्धन ले छुड़ायो गयो लोक होतिन। वय परमेस्वर अना पाठी को लाय फसल के पयलो फर को रूपमा होतिन।
वय परमेस्वर को सेवक, मोसे अना पाठी को यो गाना गावत होतिन, “हे सब लक ताकत वर पिरभू, परमेस्वर तोरो काम मोठा अना चमत्कार जसो सेत, हे जूग-जूग को राजा, तु न्यायी अना खरो सेत।”
कोनी भी असुध्द चीज यो नगर मा ना ता धस पाहेत, ना च उ, जेनको सुभाव सरमनाक अना गोस्टी झुठो लक भरी सेति, ऐमा धस पायेत, जिनको नाव मेढ़ा को जिंदगानी को किताब मा लिखयो से।
तबा जिन सात सरगदूत गीन को कठा सात आखरी मुसीबत लक भरयो सात बटका होतीन। उनमा लक एक ना मोरो कठा आयके मोला सांगीस, “आव, मि तुमला नौरी मेढ़ा को नौरी दिसाऊ।”
मंग मीना चोवयो का वोना सिघासन अना वोना चार जीव को समोर अना उन सियानो गिन को हाजिर मा एक पाठी उभो सेत। उ असो चोवासेत जसो वोको बली चघायो गयो सेत। वोको सात सींघ होतिन जोन परमेस्वर को सात डोरा होतिन। जोन सपा धरती मा धाड़यो गयो होतो।
जब वोना उ पावती ले लियो, ता उन च्यार जीव अना चौबीस बुजरुक ना पाठी ला पाय पड़के परनाम करीन। उनमा लक हरेक को जवर बिना होतो। अना वय सुगन्धित चीज लक भरयो सोन्नो को धूपदानी राखयो होतिन। जोन संतगिन को पिराथना होतो।