8 पर जिबली ला मानूस गीन मा लक कोनी बस मा नही कर सकासे वा एक असी बला से जोन कबच रुका नही उ पिरान लेवन वालो जहेर लक भरी से।
उनको गरो उघाड़ो हुवो मठ को जसो सेत। उनको गोस्टी मा छल कपट सेत। अना उनको ओठ मा सरप को जहर सेत।
जिबली एक स्तो को धगाड़ी को जसो से। यव बुराई को एक सप्पा सरमसार से। यव जिबली आमरो तन को आंगहुन मा एक असो आँग से, जो सप्प तन ला नास कर डाकासे अना आमरो सप्पा जिंदगी चक्कर माच स्तो लगाय देसे। यव जुबान नरक को स्तो लक पैटत रव्हसे।
काहेकी हर पिरकार की जंगली जनावर पक्सी अना रेंगन वारा जीव जन्तु अना जलचर त मानूस जात की बस मा होय सकासेत अना होय भी गयोव सेत।
तबा ओनो पंखा वालो सरप ला-ओना जुनो सरप ला, जोन सैतान कहलावासे अना जोन जगत को सबच रव्हनवारा गीन ला भरमाव से। वोला वोको संगी गिगन को संग धरती पर फेंक दियो गयो।