काहे की उ लगत गन साकल लक बाँधयो गयो होतो पर ओना उन साँकल ला भी तोड़ दियो होतो। अना बेडी ला भी टुकड़ा-टुकड़ा कर डाकिस, अना कोनी ओला बस नही कर पाइन काहेका उ लगत बलवान होतो।
जिबली एक स्तो को धगाड़ी को जसो से। यव बुराई को एक सप्पा सरमसार से। यव जिबली आमरो तन को आंगहुन मा एक असो आँग से, जो सप्प तन ला नास कर डाकासे अना आमरो सप्पा जिंदगी चक्कर माच स्तो लगाय देसे। यव जुबान नरक को स्तो लक पैटत रव्हसे।