जोन आपरी आँग की आदत को लाई बोवासे, उ आँग की माटी मा विनास की फसल कापासे; पर जोन पवीतर आतमा को लाई बोवासे, उ पवीतर आतमा की माटी मा अमर जीवन की फसल कापासे।
जोन बेरा सजा दियो जाय रहयो होती, वोना बेरा सजा साजरो नही लगासेत। है, बल्कि दुख लगासेत। पर काही भी होय, वय जोन सजा को अनुभव करासेत। वोको लाय मंग नेकी अना सान्ति अना साजरा फर भेटासेत।