एना गोस्टी को ध्यान राखो का कोनी मानूस परमेस्वर को किरपा लक मुरक ना जाय, अना तुम्हीला दुख देवन काजी अखिन लगत लोक गिनला खराब करन काजी कोनी झंझट को जड़ नोको फूटेत।
एकोलाय तु हेत कर की तु कहान लक पड़ीसेस। अना पाप लक मन ला हटाव, अना पयलो को जसो काम नही करसेस तो मि तोरो जवर आवसेऊ। अना मन नही फिरावजोस त तोरो दियोदानी ला तोरो हात लक छुड़ाय लेहुँ।