कांटादार झाड़ी को बीच गिरो बीज उन लोक गिनको लाय सेत। जोन साजरा बारता आयक सेत। मंग यो जिंदगी को चिंता अना धन को पिरेम साजरा बारता मा आड़ो आवासेत अना वय फलवन्त नही होवासेत।
काहे की मानूस को टूरा आपरी सेवा करान लाय नही, पर सेवा करन ला अना सबको लाय पाप को दाम चुकावन अना सूटकारा देवन आयो से। अना लगत लोक गीनला सोड़ान को लाय आपरो परान देदे।”
तुम्हि आपरो आप ला दुनिया को माफीक नोको बनाओ लेकिन परमेस्वर ला अपरो मन ला बदलन को पूरो मौका देव। तबा तुमला परमेस्वर को इक्सा को बारेमा पता चल जाहेत। जोन साजरा सेत अना वोला साजरो लगासेत। अना सिध्द भी सेत।
यो काम ला कानून नहीं कर सकयो, तबा परमेस्वर ना आपरो स्वता को टूरा लक यो काम करायो। जसो कमजोर देह लक अमी पाप करा सेजन, वसोच देह मा परमेस्वर ना आपरो टूरा ला धाड़ीस। जोन लक पाप ला निरस्त कर देवे।
काहेका अबिस्वासी गीन को डिमाक ला यो दुनिया को दुस्ट देव ना अंधार मा ठेविसेत। उ वोना पर उजाड़ होवन काजी रोकसेत। जो साजरा बारता लक मसीह को बारे मा आवासे, यीसु मसीह जनमन परमेस्वर को रुप जसो सेत।
मि मसीह को सँग सुली पर टाँगयो गयो सेव। अता मि जित्तो नही रहयो, पर मसिहा मोरो मा जित्तो से, अना अबा मि जोन तन मा जित्तो सेउ, तो केवल ओनो भरोसा लक जित्तो सेउ जोन परमेस्वर को टूरा पर से, जेने मोरो लक माया करीस अना मोरो साठी आपरो आप ला दे देइस।
पर असो नही होहे की मि आमरो पिरभु यीसु मसीह को कूरूस को अलावा कोनी अना गोस्टी पर गरब करुह, जेनको कन लक दुनिया मोरी नजर मा अना मि दुनिया को नजर मा कूरूस मा चघायो जाय चुकयो।
सबच गोस्टी परमेस्वर को नियाव अना योजना को कन लक कियो जावसे। परमेस्वर ना आपरो निजि मकसद को काजी च हमला ओनोच मसीह मा संत बनन लाई बेचयो से। यो ओकोच कन लक भयो जेनला परमेस्वर ना सब लक सूरू लक पयलेच लक ठहरायीसेस।
जोन मा तुमी पयले ऐना संसार की बुरी रिती पर चलत हुयो अना ओनो आतमा को पिछा करत हुयो जीवत होता जो ऐना धरती को वरता की आत्मिक सक्तिहुन को मालिक सेत। वा आतमा अब उन मानुसहुन मा काम कर रही सेजोन परमेस्वर की हुकूम नही मानासेत।
जेने आपरो आप ला आमरो साठी दे देईसेस, की आमी ला हरेक परकार लक दुस्टपन लक छुड़ाय लेहे। अना आपरो बेचयोगयो लोकहुन को रुप मा आमीला पवितर करलेव, जोन लक नेक काम करन लाई आमी हरमेसा तैय्यार रव्हे।
मग मसीह को रकत, जोन ना अपरो आप ला अमर आतमा लक, बेकसूर बली को रुप मा परमेस्वर ला दे दियो। आमरो मन ला मरो हुवो काम लक, काहे पवीतर नही करयेत। अना अमला जित्तो परमेस्वर को काबिल काहे नही बनाहेत।
अरे पापी छिनालापन करन वालो मी तुमला नही जानासेउ का संसार लक मिताई जोड़न वारा परमेस्वर को सतरु बननोसे? अना जोन कोनी संसार को संगी होवनो चाव्हसे उ अपरो आप ला परमेस्वर को बैरी बनावासे।
मसिहा खुदच अपरी देह मा हामरो पाप बुराई आन के कूरूस मा चघ गयो। जेनको लक हमी पाप बुराई को लाय मर गयो अना धरमिपन अना नेकी को लाय जित्तो भयि गयो काहेकी वोको घाव लगनो लक तुमी साजरा भईसेव।
एकोलाय मसीह ना भी जोन एक नेक मानूस होतो। एक च बेरात, पाप साठी दुख भोगयो। यासाठी क परमेस्वर कना अमी ला लेजाय। उ देह मा तो मारयो गयो, पर आत्मा मा, जित्तो भयो।
वय लोकगीन यो नयो गाना गावन लगीन। तु ऐना पावती धरन अना येकी सिक्का खोलन को लायक से। येको एवज मा तुना बली होयके, आपरो रकत लक, हर एक कुल, अना भासा, अना लोक अना जात लक परमेस्वर को लाई लोक हिन ला मोल ले लेई सेस।
एको बाद मिना चोवयो, अना दिसयो का हरेक कबिला, अना कुल अना लोकगीन अना भासा मा लक, एक असी लोक को गरदी, जेनला कोनी नही गीन सकत होतो। पाँढरो कपरा डाकयो, अना आपरो हात गीन मा खजुर की डारी गीन लियो हुयो, राजगद्दी को पुढ़ा अना मेढ़ा को पुढ़ा उभी दिसयो।