5 कायसेकि तुमी पिक्को लक जानसेव का असो कोनी भी मानूस जोन दुराचारी सेत, अपवितर अना लोभी सेत, जो एक मुरतिपूजक होवन जसो से। मसीह को अना परमेस्वर को राज को वारसाना नही पाय सका।
अना अबा मी तुमला परमेस्वर को, अना वोको दया को वचन ला सौप देवासू। जोन तुमरी उन्नती कर सकसे, अना सब पवीतर किया गयो तुमरो लोकगीन ला वारसाना अधिकार दिलाय सकसेत।
छल, नसा, रँगरेली, अना ऐना तरह का काम सेत, जिनको बिसय मा मि तुमला चितासु जसो पयले चितोनी देय चुकयो, की असो-असो कामवारा तो परमेस्वर को राज का हकदार नही होव्हेत।