काहेकी मी तुमरो बिसय मा परमेस्वर की खूब धुन मा लगयो रव्हा सेऊ एकोलाय का मीना एकच मानूस लक तुमरी पक्की करी सेउ, का तुमीला पवीतर कुवारी को जसो मसीह ला सोप देहू।
एकोलाई काही भी होय, तुममा ला हरेक ला आपरी बायको लक वसोच माया करनो चाहिसे जसो तुमी खुदच अपरो आपला करोसो। अना एक बायको ला भी आपरो मरद को डर मानत हुयो ओको मान करनो चाहिसे।
जोन लक उनको मन मा सान्ती होवे अना आपस मा एक दुसरो लक पिरेम मा बंधके बढ़ते जाय। अना वय समझ के पूरो पक्को रुप लक वो पूरो धन ला पा जाय जोन को फर परमेस्वर को भेद मजे मसीह ला चिन्हनो सेत।
एको मा सक नहाय का भक्ति को भेद गम्भीर से अना उ जोन हिरदय मा परगट भईसे, आतमा ना सच्चो अना धरमी ठहरायो, सरगदूत गीन ला चोवाईस गैरयहुदी लोक गीन मा, वोको परचार भयो संसार मा, वोको बिस्वास करयो गयो अना, महिमा मा वोरता उठायो गयो।