मुरती को पूजा करनवारा को जित्तो परमेस्वर को मंदिर लक काजक लेवनो-देवनो सेत। “काहेका आमी जित्तो परमेस्वर को मंदिर सेजन। जसो परमेस्वर ना खुदच मी आपरो लोकगीन को संग आपरो घर बनाहिन अना उनको बीच मा रव्हिन। अना मी उनको परमेस्वर रव्हिन अना वय मोरो लोक कहलायेत।”