पर मि तुमी लक यो कव्हासु, का जोन कोनी आपरो भाऊ पर हिजड़ेत, उ कचहरी मा सजा को काबील होहेत, अना जोन कोनी आपरो भाऊ ला निकम्मो कहे, ता उ मोठी सभा मा सजा को काबील होहेत, अना जो कोनी कहे अरे मुरख! ता उ नरक की स्तो को सजा को हिस्सेदार होयेत।
अबा तुम यो दुनिया को लोकगिन को जसो रव्हासेव। जबा तुमी मा ईरसा होवा सेत। अना तुमी एकमेक लक झगड़ा करा सेव। का एकोलक साबीत होवा सेत का तुमी यो दुनिया लक संबंध लक जी रहयो सेत।
काहेका मोला असो भेव सेत, का कदी असो तो नही भई जाय, का मी आय के ना जसो मी तुमी ला चोवनो चव्हासू वसो तुमी मोला नही भेटयो, अना तुमरो मा लडाई रार जलन चुगली अना गरब होहे।
यहान तक तुमरो जुनो जिंदगी को तरीका को सम्बन्ध से तुमला सिक्सा दियो गयो होती का तुमी आपरो जुनो मानुसपन ला उतार फेकने जोन ओको भटकावन वारो मरजी हुन को लाई खराब बनयो हुयोसे।
कोनी फालतू गोस्टी तुमरो टोंड लक नही निकलनो पाहिजे, पर केवल असी गोस्टी हिटनो पाहिजे जोन ओना बेरा की जरुरत को जसो तरक्की को साठी साजरो होय, जोको लक की आयकन वालो पर दया होय।
मि ता पुढ़ा बिरोध करनवालो अना सतावन वालो अना अँधेर करनवालो होतो; एको पर भी मोरो पर किरपा भयी, काहेकि मिना अबिस्वासी को दसा मा बिन समझे बुझयो यो काम कियो होतो।
बेस ऐना रिती आमरो झुंड मा घुसन वारा यो लोक आपरो सपना को मंघा परात हुया आपरो तन ला अपवितर कररही सेत यो पिरभु को ताकत ला उचलके ताक पर राख देसेत अना पिरभुता ला बेकार समझत अना सरग को रव्हन वारो भेद को निन्दा करासेत।