जोन मा तुमी पयले ऐना संसार की बुरी रिती पर चलत हुयो अना ओनो आतमा को पिछा करत हुयो जीवत होता जो ऐना धरती को वरता की आत्मिक सक्तिहुन को मालिक सेत। वा आतमा अब उन मानुसहुन मा काम कर रही सेजोन परमेस्वर की हुकूम नही मानासेत।
काहेका आमी पुढ़ा बेअक्ल का रहत होता अना हुकूम ला नही मानत होता अना संका मा पड़या रव्हत होता। अना काई परकार को लोभ अना सुख सुविदा को चाकरी करत होता अना बइर, अना जरनाहि मा जिंदगी बितावत होता। अना आमी लक लोक घिरना करत होतीन अना आमी भी एकमेक लक घिरना करत होतो।