तबा हनन्याह उभो होय के घर मा गयो, जहान साऊल होतो, अना भितर जायके अना साऊल पर अपरो हात रखके कहीस, अरे भाऊ साऊल जोन पिरभू यीसु ना यहान आवत बेरा, तोला रस्ता मा दरसन दियो होतो, वोनच मोला धाडीसेस, का तु दुबारा चोवन लगे, अना तू पवीतर आतमा लक पूरो भर जाय।
तबा बरनबास वोला चेलागीन को जवर ले गयो। अना सागीस का साऊल न रास्ता मा कसो पिरकार लक पिरभू को दरसन करीस, अना पिरभू न गोस्टी करीस। बरनबास न उनला यो भी सांगीस का कसो पिरकर साऊल ना दमिस्क नगर मा बेधड़क यीसु को पिरचार करीस।
वहान अता लक रात होहेत नही। नाच ता उनला दियो को उजाड़ा को जरुरत होहे अना नाच सूरज को उजाड़ा, काहेका खुदच पिरभु परमेस्वर उनको उजाडो होहे। उ सदा राज करेहेती।