23 पर जोन कोनी मानूस वोना भविस्यवक्ता की गोस्टी नही मानेत वोला परमेस्वर को लोकगीन लक बेगरो कियो जाहे, अना वोको सत्यानास कर दियो जाहे।
जो लोकगीन भरोसा करेहत अना बप्तिस्मा डुबकी लेहेत, ओको च सूटकारा होव्हे, पर जो भरोसा नही करेहत, वोको पर दन्ड को हुकूम ठहरेत।
जोन मोला बेकार जानासे अना मोरी गोस्टी नही अपनावासे, ओला अपराधी ठयरावन वालो तो एक से, जेना गोस्टी मिना सांगीसेउ, वा बितो दिवस मा ओको न्याय करयेत।
एको लाई मिना तुमला कव्हयो, की तुमी पाप मा मरोह। काहे की तुमी भरोसा नही ठेवो, की मि वाच सेऊ।
उनमा लक लगतसा लोकगिन ना ओको सन्देस ला आयक के बिस्वास करीन, उनला बपतिस्मा दियो गयो, असो परकार वोना दिवस उनको समूह मा, लगभग तीन हजार मानूस अखिन जूड़ गइन।
पर आमी हटनवालो नही का नास भई जाबिन पर भरोसा राखनवारा सेत का आपरो जानला बचाबिन।
सतरक रव्हो, का कोनी बोलनवारा को सबद नोको नकारो, जोनना धरती मा चेतायो होतो। उनको सबद ला नही आयकलो। वय नहि बच सकयो। ता सरग कन भेटयो चेतावनि लक कसो बच सकासेत?
“इतरो मोठ्या तारन लक अमी धियान नही दियो सेत ता अमी कसौ सूट जाबोन?” जबकि स्वता पिरभु ना पयले सूटकारा को मुनादी करयो होतो। अना जोन लोकगीन ना वोकी आयेकले, उनना यो सही सेत असो सिध्ध करयो।
धरती को हरेक मानूस जोन को नाव मारयो गयो पाठी को जिंदगी को किताब मा नाहती। वय लोक वा जनावर को पूजा करयेत।
ओला जोको नाव जीवन को किताब मा नही पायो गयो से, स्तो को झील मा फैक दियो गयो।