दरसन को मघा जवाब भेटयो ता अमीला मालुम भयी गयो का अमीला परमेस्वर ना उन लोकगीन को बीच साजरो बारता आयकावन लाय मकीदुनिया जावन लाय सांगीसेस। ता अमी ना वहान जावन लाय ठान लियो।
जबा जहाज आँधड़ मा फस गयो तबा यो मुमकिन नही होतो यो आँधड़ चीरत-चीरत जहाज पुड़ा जाय। एकोलाय हमीना जतन करनो छोड़ दिया। अना जहाज ला वारा को सहारा मा बोहन लाई छोड़ दियो।
मंग जहाज चलानवारा गीन ना जहाज ला उचलन को मंघा चराट लक लपटके बांध दियो। अना काही सुरक्सित टापु को उथलो पानी मा नोको फसे असो भेव लक उनना जहाज को पाल उतार देइन। अना जहाज ला वारा को कन बोहन देईन।
उतानी जहाज चलान वालो माँझीगिन जहाज लक परान को पिलान बनायो। उनना असो बहाना बनाइन का जहाज को पूड़ा को हिस्सा मा लंगर डाखन काजी जाय रहयो सेजन। कहेके रक्सा डोगा सागर मा उतार देइन।