1 जबा असो पक्को भय गयो का, हमी ला जहाज लक इटली जानो से। त पौलुस अना काही दुसरो कैदी गीनला महाराजा को एक युलियुस नाव को सेना नायक को हात सोप देइन। उ 100 सेना को कमान्डर होतो।
उनना कहिन सौ सेना दल को नायक करनेलियुस जोन परमेस्वर ला मानासेत उ एक नेक मानूस से। अना सबच यहुदी गिन वोको आदर करासेत। वोना एक पवीतर सरगदूत लक यो हुकूम पाईसेस, का तोला अपरो घर बुलायके तोरो लक गोस्टी आयके।
दरसन को मघा जवाब भेटयो ता अमीला मालुम भयी गयो का अमीला परमेस्वर ना उन लोकगीन को बीच साजरो बारता आयकावन लाय मकीदुनिया जावन लाय सांगीसेस। ता अमी ना वहान जावन लाय ठान लियो।
जहान अक्किला नाव को यहूदी लक वोकी भेंट भई। अक्विला पोंतुस को रव्हन वारा होतो। जोन अबा हाल च मा, अपरी बायको प्रिस्किल्ला को संग कछुक बेरा पयले इटली देस लक आयो होतो। उनना इटली यो काजी सोड़यो होतो, की राजा क्लौदियुस न सब यहूदीगिन ला रोम देस लक हेड़ दियो होतो। एकोलाय पौलुस वोको लक मिलन गयो।
जबा या घटना घट चुकयो त पौलुस न मकीदुनिया अना अखया लक होतो हुया। येरुसलेम नगर जानो को मन मा ठानिस। अना कहीस वहान पहुचानो को बाद मोला रोम देस ला भी चोवनो जरुरी से।
पर मोला पता लगयो का एना असो कोनी काम नही करयो सेस। का एला मिरतु की साजा दियो जाय। अखीन एना खुदच राजाको राजा दुबारा बिचार लाय बिनती करीसेस। एकोलाय मीना एला धाड देवन को फैसला करीयो सेऊ।