11 अना मी हरेक यहुदी सभाघर मा जायके। उनको यो बिस्वास को मारग लक हटान काजी दबाव डाकन को कोसीस करत होतो। उनको लाय गुस्सा इतरो होतो का उनला सतावन लाय मी परदेस को सहेर मा गयो।
पर तुमी आपरो बारे मा होसियार रव्हो, काहेकी लोकगीन तुमला मोठी सभामा सौपेत अना तुमला सभाघर पंचायत मा पिटेत। अना मोरो कारन हाकिम अना राजा गीनको पुढा उभा कियो जाहो, असो परकार लक उन पर गवाही होयेत।
मुखिया याजक अना बुजरुक लोक को सभा खुदच यो गोस्टी को सबूत से सकासेत। का मी दमिस्क नगर जावन लाय मी इनको लक चिठ्ठी ले के यो मारग को लोकगिन ला बन्दी बनाय के येरुसलेम आनन गयो होतो।