8 काहेकि सदुकि गीन को कव्हनो होतो का मरयो मा लक जित्तो होवनो नही से, ना सरग होवासे, अना ना आतमा, काहेका फरिसी को एना सब पर बिस्वास से।
वोना दिवस सदुकी गुरुजी कव्हत होतीन का मरया हुया का जित्तो होवनो नहात, यीसु को जवर आइन अना ओला पुसिन,
मंग सदुकी लोक भी कहोसेत की “मरो मा लक जित्तो होवनो नहाय” ओको जवर आयके ओको लक पुसिन,
एको बाद काही सदूकी गुरूगीन, यीसु को जवर आइन जोन मरन को बाद जी उचलनो नही मानत होतिन। उनना वोला यो सवाल करीन,
ओको असो कव्हनो पर सदुकियो अना फरिसियो मा एक विवाद उभो हुयो अना सभा को बीच फूट पड़ गयी।
जब पतरस अना योहन, लोक गीन लक, गोस्टी कर रही होतीन, का याजक मंदिर को मुखिया, अना सदूकी लोकगीन वोको जवर आइन।
अबा अदी मसीह को परचार करयो जासे का उ मरनवालो लक जित्तो भई से। तो तुमी मा लक काही असो काहे कव्हसेत, का मरो हुवो जी नही सका सेत।